नई दिल्ली : राष्ट्र निर्माण में निजी क्षेत्र के प्रतिभाशाली और प्रेरणादायी लोगों का सहयोग लेने के लिए सरकार ने कई विभागों में वरिष्ठ प्रशासनिक पदों पर सीधे भर्ती का फैसला किया है। यह भर्ती संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) परीक्षा से इतर होगी और इसमें संयुक्त सचिव स्तर के अधिकारी नियुक्त किए जाएंगे। प्रयोग के तौर पर फिलहाल दस पदों पर भर्ती की जाएगी।
★ क्लिक करके देखें विज्ञप्ति, रिक्तियां और आदेश / निर्देश
■ मोदी सरकार का बड़ा ऐलान, बिना UPSC परीक्षा के सीधे जॉइंट सेक्रेटरी पद पर कार्य करने हेतु आवेदन आमंत्रित, प्राइवेट सेक्टर में उच्च पद पर कार्य कर रहे व्यक्ति भी कर सकेंगे आवेदन, विज्ञप्ति देखें
प्रमुख समाचार पत्रों में प्रकाशित विज्ञापन के अनुसार सरकार प्रतिभाशाली लोगों को आमंत्रित कर रही है। ये लोग राजस्व, आर्थिक सेवाओं, आर्थिक मामलों, कृषि, समन्वय, कृषक कल्याण, सड़क परिवहन और राजमार्ग, जहाजरानी, पर्यावरण, वन और पर्यावरण, नई और अक्षय ऊर्जा, नागरिक उड्डयन और वाणिज्य क्षेत्र में कार्य करने के लिए आमंत्रित किए गए हैं।
■ यूपीएससी परीक्षा पास किए बगैर बनेंगे संयुक्त सचिव
■ पहली बार विभागों में विशेषज्ञ अधिकारी करेंगे कार्य
केंद्र सरकार के नियुक्ति और प्रशिक्षण विभाग की ओर से जारी परिपत्र में कहा गया है कि भारत सरकार प्रतिभाशाली लोगों की सेवाएं संयुक्त सचिव स्तर पर लेकर उन्हें राष्ट्र निर्माण से जोड़ने की इच्छुक है। यह नियुक्ति शुरुआत में तीन साल के लिए होगी। अगर प्रदर्शन अच्छा देखा गया तो इसे पांच साल के लिए बढ़ाया जाएगा। ये लोग विभाग के सचिव और अतिरिक्त सचिव के मातहत कार्य करेंगे, जो आमतौर पर आइएएस, आइपीएस, आइएफएस और अन्य अधीनस्थ सेवाओं के होते हैं।
वैसे केंद्र सरकार में संयुक्त सचिव स्तर के अधिकारी भी इन्हीं सेवाओं से आए होते हैं। इनकी भर्ती संघ लोक सेवा आयोग द्वारा त्रिस्तरीय परीक्षा के जरिये की जाती है। निजी क्षेत्र के जिन विशेषज्ञों को सरकारी सेवा के लिए आमंत्रित किया गया है उनकी एक जुलाई, 2018 को न्यूनतम 40 वर्ष की आयु होनी चाहिए।
एक नई पहलदेश के विकास को तेज गति देने के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के फैसलों की कड़ी में यह नया कदम है। बीते चार सालों में पुरानी परंपरा को बदलने के लिए ऐसे कई फैसले किए गए हैं। - जितेंद्र सिंह, पीएमओ में राज्यमंत्री