अब आधार से खाता लिंक करवाने के बाद बैंक सिर्फ निवास या पहयान की जानकारी ही ले सकेंगे। जून से यूआईडीएआई की नई व्यवस्था के तहत आधार लिंक करने के बाद बैंक या अन्य बाद विभागों को संबंधित व्यक्ति के बारे में केवल आवश्यकतानुसार जानकारी ही मिलेगी। इसके अतिरिक्त अन्य गोपनीय जानकारी नहीं मिल सकेगी।
यूआईडीआई के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार गोपनीयता बनाए रखने के लिए आधार से जुड़ी कुछ खास जानकारियां ही साझा की जाएंगी। हाल ही में आधार की गोपनीयता पर सवाल उठने के बाद यह फैसला लिया गया है। मिसाल के तौर पर राशन कार्ड धारक, एलपीजी उपभोक्ता, मनरेगा, विधवा, वृद्धा, दिव्यांगजनों को पेंशन, छात्रवृत्ति-शुल्क प्रतिपूर्ति, प्रधानमंत्री जन-धन योजना सहित कई सरकारी योजनाओं का लाभ पाने के लिए आधार लगाना अनिवार्य है। इन योजनाओं में प्रत्येक लाभार्थी से जुड़ा आधार का ब्योरा यूआईडीएआई से ही संबंधित विभागों को भेजा जाता है। हालांकि अब केवल आवश्यक जानकारी ही दी जाएगी।
यूआईडीएआई के अधिकारियों ने बताया कि कई योजनाओं के लिए आधार धारक से उम्र, नाम, पता, पिता/पति के नाम की जरूरत होती है। इसके बाजवूद संबंधित विभाग आधार कार्ड धारक की पूरी जानकारी हासिल कर लेते थे। अब केवल जरूरत के अनुसार ही जानकारी दी जाएगी।
अब 'सब कुछ' नहीं शेयर करेगा आधार
प्रदेश में आधार• 3 करोड़ से ज्यादा प्रदेश में राशन कार्ड धारक। 88.58% फीसदी हो चुकी है आधार सीडिंग। • 2 करोड़ से ज्यादा हैं रसोई गैस उपभोक्ता। 90.35% फीसदी का आधार लिंक। • 99 लाख से ज्यादा पंजीकृत मनरेगा मजदूर। 95.29% की आधार सीडिंग हुई• 1 लाख 16 हजार हैं नि:शक्त पेंशनधारक। 69.09% की आधार सीडिंग। • 36 लाख से ज्यादा वृद्धावस्था पेंशनधारक। 70.05% की आधार सीडिंग।• 4 लाख से ज्यादा हैं निराश्रित पेंशनधारक। 41.17% की हो चुकी है आधार सीडिंग।• 4 करोड़ से ज्यादा हैं जन-धन योजना के खाताधारक। 79.5% की हुई आधार सीडिंग।