सीएम डैशबोर्ड तैयार, एक क्लिक में सामने होगा हर काम का अपडेट, लेटेस्ट अपडेट के साथ सभी प्रमुख योजनाओं की प्रगति देख सकेंगे सीएम योगी।
■ एक क्लिक पर डैशबोर्ड पर होगा सरकार के कामकाज का ब्योरा
लखनऊ : लोगों के बीच किये गए कामकाज का पैमाना अब सरकार का अपना ही ‘दर्पण’ होगा। इसमे लोगों की फरियादें और उनके निस्तारण के लिए उठाए गए कदमों के साथ ही सरकारी योजनाओं की तस्वीर भी दिखेगी। इससे सरकार अधिकारियों की कार्य क्षमता का आकलन करने के साथ ही लोगों की अपेक्षाओं का अनुमान भी लगा सकेगी।
इस ‘दर्पण’ में जिलाधिकारी से लेकर मुख्यमंत्री तक कितनी फरियादें आईं, इसका लेखा-जोखा होगा। इनमें से कितनी निस्तारित हुईं और कितनी लंबित हैं, उसका भी ब्योरा रहेगा। जिनकी सुनी गई वे संतुष्ट हैं या असंतुष्ट, यह विवरण भी होगा। विभिन्न विभागों की जनहित से जुड़ी कितनी योजनाएं हैं, उनके तहत आए आवेदनों और उनके निस्तारण की संख्या आदि की जानकारी अब ‘कंप्यूटर’ या ‘स्मार्टफोन’ पर ‘क्लिक’ करते हीसामने होगी।
दरअसल अपने कामकाज और योजनाओं की जानकारी और प्रभावी निगरानी के लिए सरकार ने ‘दर्पण’ नाम से एक ‘डैशबोर्ड’ तैयार किया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सामने प्रस्तुतीकरण और उनके सुझाव के मुताबिक संशोधन केबाद इसे लागू करने की योजना है। प्रस्तावित ‘डैशबोर्ड’ को कई स्तरों में बांटा गया है। मसलन एक में सभी स्तर से आयी जन शिकायतों का ब्योरा होगा। मुख्यमंत्री को संदर्भित शिकायतों का ब्योरा अलग होगा। जनपयोगी सुविधाओं में सभी विभागों की जनहित से जुड़ी योजनाएं, उनकी पात्रता, आवेदन और निस्तारण की स्थिति की जानकारी होगी।
जिलाधिकारी से की गईं शिकायतों और इनमें से मुख्यमंत्री को संदर्भित शिकायतों का ब्योरा अलग-अलग होगा। सबमें शिकायतों के साथ इनमें से कितनी हल हुईं। कितनी लंबित हैं और शिकायत करने वालों का फीडबैक क्या है, इसकी भी जानकारी होगी। मालूम हो कि आने के साथ ही सुशासन, पारदर्शिता और संवेदनशीलता योगी सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता रही है। मुख्यमंत्री कई बार इस बात को कह चुके हैं कि लोगों को अहसास होना चाहिए कि यह सरकार उनकी है। आवास पर लगने वाले जनता दरबार, लोगों की ऑनलाइन शिकायतों की सुनवाई, भाजपा मुख्यालय पर मंत्रियों द्वारा जनसुनवाई, जिलेवार प्रभारी मंत्री बनाये जाने और आए दिन गंभीर रूप से बीमार जरूरतमंद रोगियों की आर्थिक मदद आदि के पीछे की सोच भी यही है। अगले साल तक मुख्यमंत्री काल सेंटर की क्षमता भी बढ़ायी जानी है। ‘दर्पण’ इसी की एक कड़ी है।
★ लोग भी देख सकेंगे सरकार का असली चेहरा,
★ सरकार के लिए आसान होगी योजनाओं की निगरानी