लखनऊ : प्रदेश में अब 75 हजार होमगार्डो को ड्यूटी मिलेगी। अब तक कुल 95 हजार होमगार्डो में सिर्फ 50 हजार होमगार्डो को ड्यूटी मिल रही थी। बाकी प्रतीक्षारत हैं। इधर प्रदेश में पुलिस बल की कमी को देखते हुए शासन ने 25 हजार और होमगार्डो की ड्यूटी बढ़ा दी है। गुरुवार को इसकी जानकारी डीजी होमगार्ड डॉ. सूर्य कुमार शुक्ला ने दी।
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जानकारी के मुताबिक प्रदेश में कुल 1,17000 होमगार्ड की स्वीकृत संख्या है, पर वर्तमान में 95 हजार होमगार्ड हैं। पिछले करीब तीन सालों से होमगार्ड विभाग में भर्ती भी नहीं हुई है। डीजी होमगार्ड के मुताबिक प्रदेश में होमगार्डो की ड्यूटी बढ़ने से कानून व्यवस्था सुदृढ़ होगी। क्योंकि होमगार्ड पुलिस के साथ कंधे से कंधा मिलाकर 375 रुपये पारिश्रमिक में लगातार 12 घंटे ट्रैफिक संचालन, थानों में, व्यवसायिक संस्थाओं में ड्यूटी करते हैं। वहीं, एक सिपाही की आठ घंटे की ड्यूटी होती है। उन्होंने बताया कि शासन द्वारा ड्यूटी बढ़ाए जाने से होमगार्डो में खुशी की लहर है। इस बावत उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, होमगार्ड मंत्री अनिल राजभर, मुख्यसचिव राजीव कुमार, प्रमुख सचिव कुमार कमलेश, प्रमुख सचिव वित्त संजीव मित्तल और डीजीपी सुलखान सिंह का आभार व्यक्त किया है।
■ बसपा सरकार में बढ़ी थी ड्यूटियां : इसके पहले 25 हजार होमगार्डो की एक साथ ड्यूटी बसपा सरकार में बढ़ाई गई थी। जिससे प्रदेश में ड्यूटीरत होमगार्डो की संख्या 50 हजार हुई थी। उसके बाद अब 25 हजार ड्यूटियां बढ़ाई गई हैं।
■ कैडर रिव्यू और वेतन न बढ़ने से आक्रोश : एक ओर जहां होमगार्डो में ड्यूटी बढ़ने से खुशी की लहर है वहीं कैडर रिव्यू लागू न होने और पारिश्रमिक में बढ़ोतरी न होने के कारण होमगार्डो में आक्रोश भी है। होमगार्डो का कहना है कि सरकार के गठन का करीब एक साल होने को है पर शासन के वादे के बाद भी उनका पारिश्रमिक नहीं बढ़ाया गया।
अधिकारियों का कहना है कि विभाग के गठन के बाद से कैडर रिव्यू प्रकिया नहीं लागू हुई। कुछ समय पहले शासन से कैडर रिव्यू के संबंध में प्रस्ताव भी मांगा गया था, पर अभी तक मुख्यालय स्तर पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। कैडर रिव्यू व्यवस्था अधर में ही लटकी है।