■ चुनाव की हर छोटी-बड़ी जानकारी इस एप से होगी मुहैया
लखनऊ : राज्य निर्वाचन आयोग इस बार नगरीय निकाय चुनाव हाईटेक तरीके से कराने जा रहा है। इस बार महत्वपूर्ण सूचनाओं के लिए राजनीतिक दलों से लेकर आम लोगों तक किसी को भटकना नहीं पड़ेगा। आयोग ने इसके लिए एक नया मोबाइल एप भी बनवाया है। इस मोबाइल एप के जरिए निर्वाचन से जुड़ी हर छोटी-बड़ी जानकारी एक क्लिक में मिल सकेगी। यह मोबाइल एप गूगल प्ले स्टोर व एप्पल स्टोर से डाउनलोड किया जा सकता है।
इस एप के जरिये नामांकन की सूचनाओं से लेकर प्रत्याशियों का विवरण तक तत्काल मोबाइल पर आसानी से मिल जाएगा। नगर निकायों में आरक्षण की स्थिति की जानकारी भी चंद मिनटों में इस एप से लग जाएगी। मतदाता सूची में नाम खोजने व मतदान केंद्र तक पहुंचने के लिए गूगल मैप भी इसमें मिल जाएगा। मतदाता पर्ची हो या फिर राजनीतिक दलों का विवरण यह भी आसानी से पता चल जाएगा। चुनाव परिणाम भी जैसे-जैसे जारी होंगे इस एप से जानकारी तत्काल लग जाएगी। राज्य निर्वाचन आयुक्त एसके अग्रवाल ने बताया कि यह एप सभी के लिए बहुत मददगार साबित होगा। इस तरह का एप भारत निर्वाचन आयोग के पास भी नहीं है।
आयोग के अपर निर्वाचन आयुक्त वेद प्रकाश वर्मा ने बताया कि आयोग द्वारा पहली बार तैयार कराए गए एप के लिए प्ले स्टोर पर जाकर एसइसी यूपी लिखना होगा। इसके बाद लोगो के साथ आयोग का मोबाइल एप आ जाएगा। इसको डाउनलोड कर सभी सूचनाएं तत्काल हासिल की जा सकेंगी। उन्होंने बताया कि आयोग की वेबसाइट में सभी रिटर्निग अफसरों के नाम, फोन नंबर के अलावा ई-मेल पते भी दिए गए हैं। यदि किसी को कोई दिक्कत है तो वह नंबर या ई-मेल के जरिये संपर्क कर अपनी शिकायत कर सकते हैं।
■ पहली बार नामांकन होंगे ऑनलाइन : राज्य निर्वाचन आयोग पहली बार नामांकन की प्रक्रिया ऑनलाइन करने जा रहा है। इसके तहत नामांकन पत्र दाखिल करते समय रिटर्निग अफसर प्रत्याशियों का पूरा विवरण तत्काल ऑनलाइन डाटाबेस में अपलोड करेंगे। इसमें प्रत्याशियों को ई-रसीद भी दी जाएगी। ऐसा इसलिए किया जा रहा है ताकि एक बार नामांकन पत्र दाखिल होने के बाद उसमें कोई बदलाव न किया जा सके। इसमें स्क्रूटनी, नाम वापसी व परिणाम भी ऑनलाइन ही उपलब्ध होंगे।
■ वेबसाइट पर रहेगा उम्मीदवारों का ब्योरा : नगर निकाय चुनाव में प्रत्याशियों का विवरण आयोग की वेबसाइट पर मौजूद रहेगा। इसमें प्रत्याशियों का नाम, पता, श्रेणी के साथ ही शैक्षिक योग्यता आदि का पता वेबसाइट से चल जाएगा।
■ अतिसंवेदनशील प्लस मतदान केंद्रों की होगी वेबकास्टिंग : राज्य निर्वाचन आयोग ने तकरीबन 10 फीसद यानी 3700 मतदान केंद्रों को अतिसंवेदनशील प्लस की श्रेणी में रखा है। यहां पर आयोग ऑनलाइन निगरानी करेगा। इसके लिए इन मतदान केंद्रों की वेबकास्टिंग कराई जाएगी। इन केंद्रों की वीडियोग्राफी कराने के साथ ही सीसीटीवी कैमरे से भी नजर रखी जाएगी।
■ इवीएम से होंगे नगर निगम के चुनाव : प्रदेश के सभी 16 नगर निगम के चुनाव इवीएम से होंगे। चुनाव में 40 हजार कंट्रोल यूनिट व 72 हजार बैलट यूनिट लगेंगी। खुद के अलावा यह इवीएम आयोग को मध्य प्रदेश व महाराष्ट्र से मिली हैं। इसकी बैलट यूनिट पर मेयर प्रत्याशियों के चुनाव चिह्न् के साथ ब्लैक एंड व्हाइट फोटो भी रहेगी। इसके अलावा नगर पालिका परिषद व नगर पंचायतों के चुनाव बैलट पेपर (मत पत्र) से कराए जाएंगे।
■ मोबाइल नंबर देने पर मिलेंगी सूचनाएं : राज्य निर्वाचन आयोग पहली बार मतदाताओं को एसएमएस से महत्वपूर्ण सूचनाएं भी भेजेगा। यह सूचनाएं उन्हें ही मुहैया कराई जाएंगी जिन्होंने अपना मोबाइल नंबर आयोग के पास दर्ज कराया है। इसमें निर्वाचन से जुड़ी महत्वपूर्ण सूचनाएं एसएमएस के जरिए भेजी जाएंगी। इस सेवा का लाभ चाहने वाले मतदाता अभी भी राज्य निर्वाचन आयोग की वेबसाइट पर जाकर सेल्फ मोबाइल रजिस्ट्रेशन लिंक के जरिए अपना मोबाइल नंबर दर्ज करा सकते हैं।