लखनऊ: पुरानी पेंशन नीति लागू करने और 50 साल की उम्र के बाद नौकरी से हटाए जाने के फैसले के बाद सभी बड़े संगठन आंदोलन का मूड बना रहे हैं। कर्मचारी संगठनों का कहना है कि नई पेंशन नीति नुकसान दायक और एक जुआ है। गुरुवार को इसको लेकर प्रदेश के सभी बड़े संगठनों की बैठक जवाहर भवन कार्यालय में की गई।
⚫ तत्काल भर्ती की मांग
उप्र राज्य कर्मचारी महासंघ के अध्यक्ष सतीश पांडेय का कहना है कि कर्मचारियों को 50 साल के बाद भी नौकरी से हटाने की तैयारी करना उनके साथ धोखा है। उप्र चतुर्थ श्रेणी राज्य कर्मचारी महासंघ के अध्यक्ष रामराज दुबे ने कहा कि पुरानी पेंशन नीति लागू करने की मांग सीएम से की जाएगी। आउट सोर्सिंग पर रोक लगाने, पुरानी पेंशन को लागू करने और रिक्त पदों पर तत्काल भर्ती निकालने की मांग की जाएगी।
⚫ निगम की समस्या भी रखेंगे
उप्र राज्य निगम कर्मचारी महासंघ के मनोज मिश्रा ने बताया कि निगमों में भी 50 साल वाला नियम लागू होता है। उनके यहां कर्मचारियों को पहले ही पेंशन नहीं दी जाती है। ऐसे में 50 साल के बाद कभी भी कर्मचारी को हटाना उनके साथ धोखा और रोजी रोटी पर हमला है।