लखनऊ। आप शायद हैरत में पड़ जाएंगे जब आपको मालूम चलेगा कि जिस सरकारी महकमे पर समाज को शिक्षित, सभ्य और संस्कारी बनाने का जिम्मा है, वही शिक्षा विभाग सबसे ज्यादा भ्रष्ट सरकारी विभागों में एक है। इसके अलावा, बिजली, सिंचाई, लोक निर्माण और राजस्व महकमा भी सबसे ज्यादा भ्रष्ट की श्रेणी में शामिल है। आरटीआई कार्यकर्ता को प्रदेश के सतर्कता विभाग द्वारा दी गई सूचना में कुछ ऐसी ही हकीकत सामने आई है।
आरटीआई कार्यकर्ता नूतन ठाकुर ने उत्तर प्रदेश सतर्कता आयोग से सूचना मांगी थी। आरटीआई सूचना के मुताबिक वैसे तो उत्तर प्रदेश सतर्कता आयोग द्वारा पिछले सात वर्षो में मात्र तीन बैठकें की गई हैं। पर इस दौरान आयोग ने प्रदेश के सर्वाधिक भ्रष्ट विभागों का चयन जरूर किया है। आयोग ने 15 जनवरी 2014 की अपनी बैठक में कहा था कि शिक्षा, विद्युत, सिंचाई, लोक निर्माण और राजस्व विभाग में भ्रष्टाचार निवारण के उद्देश्य से अपनाई गई प्रक्रिया का अध्ययन कर शासन को प्रस्ताव भेजा जाए। इसके लिए आयोग की तरफ से इन पांचों विभागों को पत्र भेजे गए, लेकिन जवाब नहीं आया तो एक अकतूबर 2014 की बैठक हुई। इसमें तय किया गया कि चिकित्सा विभाग में भी अत्यधिक भ्रष्टाचार है, अत: इन पांच विभागों के साथ इस विभाग में भी भ्रष्टाचार निवारण के प्रयासों का अनुसरण किया जाए।