सरकारी कर्मचारियों का परिवार नियोजन भत्ता बन्द, सातवें वेतन आयोग की सिफारिश के अनुरूप 196 प्रकार के भत्तों में बदलाव।
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⚫ सातवें वेतन आयोग के अंतर्गत भारत सरकार द्वारा परिवार नियोजन भत्ते को बंद किये जाने विषयक विज्ञप्ति : देखें और डाउनलोड करें
केंद्र सरकार के कर्मचारियों को मिलने वाला परिवार नियोजन भत्ता अब बंद किया जा रहा है। कैबिनेट सचिव को भी अब मासिक मनोरंजन भत्ता नहीं मिलेगा। इसके अलावा कुछ श्रेणियों में आहार, बाल कटाने और साबुन के मद में दिए जाने वाले भत्तों को भी खत्म किया जा रहा है।
आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, सरकार ने वित्त सचिव अशोक लवासा के नेतृत्व में भत्तों पर गठित समिति की ज्यादातर सिफारिशों को मंजूर कर लिया है। इसके मुताबिक, बहुत सारे अनुदानों को या तो खत्म कर दिया गया है या फिर उन्हें संशोधित किया गया है। अंतिम संस्कार और साइकिल खरीदने के लिए दिए जाने वाले भत्तों को संशोधन के साथ बरकरार रखा गया है। 28 जून को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट की बैठक में भत्तों में संशोधन के प्रस्ताव को मंजूरी दी गई। छह जुलाई को इस संबंध में अधिसूचना भी जारी कर दी गई थी।
लवासा के नेतृत्व में गठित समिति ने सातवें वेतन आयोग की सिफारिशों पर विचार करने के बाद 27 अप्रैल को अपनी रिपोर्ट सरकार को सौंप दी। इसके बाद केंद्र सरकार ने 34 संशोधनों के साथ समिति की रिपोर्ट को स्वीकार कर लिया। एक सरकारी अधिकारी ने कहा कि प्रतिष्ठित अतिथियों के मनोरंजन के लिए कैबिनेट सचिव का 10 हजार मनोरंजन भत्ता व कर्मचारियों का गोपनीय भत्ता खत्म कर दिया गया है।