लखनऊ : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का डंडा लापरवाह अफसरों पर चलने लगा है। जनशिकायतों के निस्तारण में फिसड्डी दस जिलों के डीएम और दस जिलों के एसएसपी से जवाब-तलब करने के बाद योगी ने शासन स्तर के अफसरों और विभागाध्यक्षों पर ध्यान केंद्रित किया है। समयबद्ध निस्तारण में लापरवाही दिखाने और सर्वाधिक खराब प्रदर्शन पर नाराजगी दिखाते हुए उनसे स्पष्टीकरण मांगने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री की कसौटी पर खरा न उतरने वालों में स्वास्थ्य और शिक्षा समेत जनता से जुड़े कई विभागों के अफसर हैं।
इनमें सचिव बेसिक शिक्षा परिषद इलाहाबाद, महानिदेशक चिकित्सा एवं स्वास्थ्य, निदेशक बेसिक शिक्षा, निदेशक माध्यमिक शिक्षा, निदेशक समाज कल्याण, निदेशक पंचायती राज, अपर निदेशक माध्यमिक शिक्षा (इलाहाबाद), अपर निदेशक बेसिक शिक्षा (इलाहाबाद), प्रमुख अभियंता लोक निर्माण विभाग तथा प्रमुख अभियंता सिंचाई एवं जल संसाधन विभाग से सीएम ने स्पष्टीकरण मांगने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री ने मुख्य सचिव को निर्देश दिया है कि वह इन अधिकारियों का स्पष्टीकरण प्राप्त करते हुए जन शिकायतों के निस्तारण में अपेक्षित गति लाना सुनिश्चित करें। ध्यान रहे कि मुख्यमंत्री ने लोक शिकायतों के निस्तारण की समीक्षा की जिसमें अधिक संख्या में मामलों के निस्तारण न होने पर उन्होंने नाराजगी जताई। स्पष्ट कहा कि लापरवाही बरतने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए।