लखनऊ : प्रदेश सरकार द्वारा राज्य कर्मचारियों के लिए सातवां वेतनमान लागू करने का फैसला करने के बाद बुधवार को सरकारी दफ्तरों में कर्मचारी अपने नये वेतन का हिसाब-किताब लगाने में जुटे रहे। सातवें वेतन आयोग की ओर से बनाये गए नये वेतन मैटिक्स के हिसाब से अपनी पगार निर्धारित करने के लिए कर्मचारी गुणा-भाग करते रहे।
सचिवालय हो या राज्य सरकार के विभिन्न विभागों के निदेशालयों को अपने में समेटे राजधानी के जवाहर या इंदिरा भवन, सभी जगह सातवें वेतन और नये वेतन मैटिक्स की चर्चा रही। वित्त विभाग के जानकार अधिकारियों के मुताबिक नये वेतन मैटिक्स में कर्मचारियों के वेतन का निर्धारण ऐसे किया जाएगा।1पहली जनवरी 2016 को वेतन बैंड में कर्मचारी के वेतन और उसकी ग्रेड पे को जोड़ा जाएगा। यह जोड़ कर्मचारी का मूल वेतन होगा। इस योग को 2.57 से गुणा किया जाएगा। गुणा करने पर जो संख्या आएगी, उसे नये वेतन मैटिक्स में उस लेवल में लोकेट किया जाएगा जो कि पहली जनवरी 2016 को कर्मचारी के ग्रेड पे के सापेक्ष है।
मिसाल के तौर पर किसी कर्मचारी का मूल वेतन 55,040 रुपये (वेतन बैंड में वेतन 46340 रुपये ग्रेड पे 8700 रुपये) है। अब 55040 रुपये को 2.57 से गुणा करने पर 141452.80 रुपये आता है जिसे पूर्णांक में बदलने पर यह राशि 141453 रुपये होती है। वेतन मैटिक्स में ग्रेड पे 8700 रुपये के सापेक्ष लेवल 13 है। लेवल 13 के कॉलम में 141453 रुपये की निकटतम संख्या 141600 रुपये है। अत: नये वेतन मैटिक्स में कर्मचारी का वेतन लेवल 13 के अंतर्गत 141600 रुपये निर्धारित किया जाएगा।
एक और उदाहरण लेते हैं। मान लीजिए 4200 रुपये ग्रेड पे वाले किसी कर्मचारी वेतन बैंड-2 में वेतन 20000 रुपये है तो उसका मूल वेतन 24200 रुपये (20000 4200) होगा। इस जोड़ को 2.57 से गुणा करने पर 62194 रुपये आता है। ऐसे में नये वेतन मैटिक्स में कर्मचारी का वेतन लेवल छह के अंतर्गत 62200 रुपये निर्धारित किया जाएगा।