लखनऊ : लेखपालों को कामकाज में सहूलियत देने के लिए अखिलेश सरकार अब उन्हें लैपटॉप के साथ स्मार्टफोन भी मुहैया कराएगी। लैपटॉप मिलने से जहां भू-अभिलेखों के कंप्यूटरीकरण का काम रफ्तार पकड़ेगा, वहीं स्मार्टफोन के जरिये फसल बीमा व मुआवजे के दावों को तेजी से निस्तारित करने में मदद मिलेगी।
प्रदेश में तकरीबन 31 हजार लेखपाल हैं।1अखिलेश सरकार ने लेखपालों को ई-डिस्टिक्ट योजना के तहत टैबलेट उपलब्ध कराने को अपने विकास एजेंडे में शामिल किया था। हालांकि लेखपालों का कहना था कि तकनीकी वजहों से टैबलेट उनके काम में उपयोगी साबित नहीं होगा। 21 सितंबर को लेखपाल संघ के पदाधिकारियों से वार्ता के दौरान मुख्यमंत्री ने लेखपालों को लैपटॉप दिये जाने के प्रस्ताव को शीघ्र ही कैबिनेट के सामने प्रस्तुत करने का निर्देश दिया था।
वहीं मौसम की मार पड़ने पर किसानों को बीमा रूपी मदद दिलाने के लिए शुरू की गई प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत एंड्रायड आधारित फसल बीमा मोबाइल एप विकसित किया है। अभी फसलों की क्षति का आकलन क्रॉप कटिंग के आधार पर किया जाता था जिसमें ज्यादा समय लगता है।
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत विकसित किये गए मोबाइल एप के जरिये अब फसलों के बाजार मूल्य, बीमा प्रीमियम और बीमित राशि का आगणन बेहद आसान हो जाएगा। इस वजह से यह एप लेखपालों के लिए बेहद उपयोगी है और इसके इस्तेमाल से फसल बीमा दावों के निस्तारण में तेजी आएगी। केंद्र ने शर्त रखी है कि इस मोबाइल एप के उपयोग के लिए यदि राज्य सरकार लेखपालों को स्मार्टफोन मुहैया कराती है तो इस पर आने वाले खर्च का 50 फीसद वह वहन करेगी।