लखनऊ : पुलिस लाइन में शुक्रवार सुबह माहौल एकदम अलग था। शहीद पुलिसकर्मियों के सम्मान में शस्त्र और शीश झुके हुए थे। शहीद पुलिसकर्मियों की पावन स्मृति में शोक परेड का आयोजन हुआ। मुख्य अतिथि मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने इस मौके पर शहीद एएसपी मुकुल द्विवेदी सहित सात शहीद को 25-25 हजार रुपये का चेक व शॉल भेंट कर सम्मानित किया।
मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि अब शहीद होने वाले पुलिसकर्मियों के माता-पिता को भी पांच-पांच लाख रुपये की आर्थिक सहायता दी जाएगी। शहीदों की पत्नियों को पहले से ही 20-20 लाख रुपये की मदद दी जा रही है। मुख्यमंत्री ने अराजपत्रित पुलिसकर्मियों के पौष्टिक आहार भत्ते में 100 रुपये मासिक बढ़ोतरी की भी घोषणा की। इससे पूर्व मुख्यमंत्री, प्रमुख सचिव गृह देबाशीष पंडा, सचिव गृह मणिप्रसाद मिश्र, मंत्री रविदास मेहरोत्र, मंत्री शारदा प्रताप शुक्ला, डीजीपी जावीद अहमद, एडीजी पीएसी सुभाष चंद्र, आइजी ए.सतीश गणोश, आरके चतुर्वेदी, डीआइजी प्रवीण कुमार त्रिपाठी, आरकेएस राठौर सहित अन्य पुलिस अधिकारियों ने शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की।
एसएसपी बनीं पहली महिला परेड कमांडर : पुलिस स्मृति दिवस परेड में पहला मौका था, जब किसी महिला पुलिस अधिकारी को परेड कमांडर बनने का गौरव हासिल हुआ। एसएसपी मंजिल सैनी परेड कमांडर बनीं। उनके साथ प्रशिक्षु आइपीएस रोहित सिंह सजवाड़ द्वितीय परेड कमांडर की भूमिका में नजर आए। पति को मिले गैलेंट्री अवार्ड : एएसपी मुकुल द्विवेदी की प}ी अर्चना द्विवेदी ने डीजीपी जावीद अहमद से पति को गैलेंट्री अवार्ड दिए जाने की बात कही। डीजीपी ने सहमति जताई और इसके लिए संस्तुति करने का भरोसा दिलाया।जाग