लखनऊ: अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव के मद्देनजर चुनाव आयोग ने एक ही जिले में तीन साल से जमे अधिकारियों को हटाने को कहा है। डीएम, एसएसपी से लेकर दरोगा तक इसकी जद में आएंगे। जिनका छह महीने में रिटायरमेंट है उन्हें इससे अलग रखा गया है। तबादले की कटऑफ डेट 31 मई, 2017 रखी गई है।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी टी वेंकटेश ने गुरुवार को आयोजित प्रेसवार्ता में बताया कि विधानसभा चुनाव की वोटर लिस्ट के लिए रिवीजन अभियान 15 सितंबर से शुरू होगा, जो दो जनवरी तक चलेगा। यूपी में इस समय 13.86 करोड़ वोटर हैं। अप्रैल से अगस्त तक करीब 45 लाख वोटर कार्ड सुधारे गए हैं।
प्रमोशन वाले भी तबादले की जद में: केंद्रीय चुनाव आयोग की ओर से बुधवार को गोवा, मणिपुर, पंजाब, उत्तराखंड और यूपी के चीफ सेक्रेटरी और मुख्य निर्वाचन अधिकारियों को तबादलों के लिए निर्देश भेजे गए हैं। इन पांचों राज्यों में ही अगले साल विधानसभा चुनाव होने हैं। आयोग ने कहा है कि चुनाव कार्य से सीधे जुड़े कोई भी अधिकारी अपने गृह जिले में तैनात नहीं रहेगा। प्रशासनिक अधिकारियों में डीएम, एडीएम, एसडीएम, से लेकर कई अधिकारी शामिल हैं। ईजी, डीआईजी, कमांडेंट, एसएसपी, एसपी, एएसपी, डीएसपी, एसओ, इंस्पेक्टर, सब इंसपेक्टर शामिल हैं। जिनका तीन साल में जिले में रहने के दौरान प्रमोशन हुआ है, उनका भी तबादला होगा। जो एसआई तीन साल से एक ही सब डिवीजन में हैं उन्हें बाहर किया जाएगा। वोटर लिस्ट के रिवीजन अभियान के दौरान इस कार्य में लगे अधिकारियों के तबादले पर 15 सितंबर से दो जनवरी तक रोक रहेगी।