इलाहाबाद। केंद्रीय कर्मचारियों के लिए राहत वाली खबर है। जनवरी-2016 से उनके महंगाई भत्ते (डीए) में छह फीसदी की बढ़ोतरी के आसार हैं। विशेषज्ञों ने उपभोक्ता मूल्य सूचकांक के आधार पर गणना करते हुए यह आंकलन किया है। हालांकि सरकार की ओर से डीए बढ़ोतरी की अलग से घोषणा मुश्किल नजर आ रही है क्योंकि सातवें वेतन आयोग के तहत संभावित बढ़ोतरी के आधार पर ही वेतन का निर्धारण किया गया है और अप्रैल से केंद्रीय कर्मचारियों को सातवें वेतन आयोग की सिफारिशों का लाभ मिल सकता है। ऐसे में डीए का भुगतान नए वेतन के साथ होने की उम्मीद है।
कर्मचारियों को वर्तमान में 119 फीसदी डीए मिल रहा है। अगर इसमें छह फीसदी की बढ़ोतरी होती है तो कुल डीए बढ़कर 125 फीसदी तक पहुंच जाएगा। विशेषज्ञों ने नवंबर के महीने तक जारी उपभोक्ता मूल्य सूचकांक के आधार पर दावा किया है कि केंद्र सरकार के तकरीबन एक करोड़ कर्मचारियों और पेंशनरों को जनवरी - 2016 से छह फीसदी डीए वृद्धि का लाभ मिलने के पूरे आसार हैं। केंद्र के आधार पर ही राज्य कर्मियों एवं राजकीय पेंशनरों को भी यह लाभ मिलेगा।
डीए बढ़ोतरी का वर्षों से सटीक आंकलन कर रहे सिविल एकाउंट्स ब्रदरहुड के पूर्व अध्यक्ष हरिशंकर तिवारी ने बताया कि छह फीसदी से कम महंगाई भत्ता तभी देय होगा, जब दिसंबर का सूचकांक 13 अंक कम हो जाए जिसकी संभावना बिल्कुल नहीं है, क्योंकि पूर्व में ऐसा कभी नहीं हुआ।
अगर दिसंबर का सूचकांक दो अंक बढ़ता है तो डीए बढ़ोतरी छह की जगह सात फीसदी होगी। इसकी गुंजाइश भी बहुत कम है, क्योंकि आम तौर पर दिसंबर का सूचकांक स्थिर रहता है या दो से तीन अंक कम हो जाता है। उन्होंने बताया कि जनवरी से देय डीए की घोषणा आमतौर पर अप्रैल के महीने में होती है। हो सकता है कि उस समय सातवें वेतन आयोग की संस्तुतियां भी लागू कर दी जाएं। इसलिए जरूरी नहीं है कि डीए की घोषणा अलग से हो, क्योंकि सातवें वेतन आयोग की संस्तुतियां जनवरी-2016 से लागू होंगी और इसके तहत संभावित डीए 125 फीसदी मानकर ही वेतन का निर्धारण किया गया है।