लखनऊ : राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद की प्रांतीय कार्यकारिणी की बैठक एसपी तिवारी की अध्यक्षता में हुई। बैठक में विभिन्न विभागों में कर्मचारियों की लंबित मांगों के समर्थन में नए साल में आंदोलन से सरकार को घेरने की रणनीति पर चर्चा हुई।
अध्यक्ष तिवारी ने बताया कि विभागों में लंबित मांगों पर असंतोष व्यक्त करते हुए प्रतिनिधियों ने वृहद स्तर पर आंदोलन करने का फैसला किया। इसी क्रम में तय हुआ कि तीन चरणों में आंदोलन किया जाएगा। 10 फरवरी को जिला स्तर पर धरना व जिलाधिकारी के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजा जाएगा। 26 फरवरी को प्रदेश के सभी मंडलों पर चेतावनी सम्मेलन के माध्यम से सरकार को सचेत किया जाएगा। 11 मार्च को प्रदेश की राजधानी लखनऊ में एक दिवसीय महाधरना और आगामी रणनीति का एलान किया जाएगा। बैठक में निर्णय किया गया कि अनेक संवर्गो व पदों की वेतन विसंगति के निराकरण एसीपी योजना में प्रोन्नत पद की ग्रेड-पे 8-16-24 वर्ष पर देने, वर्ष 1991 के बाद वर्तमान नियुक्ति सभी वर्कचार्ज दैनिक वेतनभोगी व तदर्थ संविदा कर्मियों के नियमितीकरण तथा पूर्व में नियमित किए गए कर्मियों की पूर्व सेवाओं को जोड़कर एसीपी, पेंशन ग्रेच्युटी आदि सेवा का लाभ मिलने, लिपिकीय संवर्ग के कर्मचारियों के ग्रेड-पे में बढ़ोतरी करने सहित अन्य लंबित मांगों को पूरा होने तक संघर्ष किया जाएगा।
17 अप्रैल को लखनऊ में परिषद का प्रांतीय अधिवेशन करने का भी फैसला हुआ। आरके निगम, हरिशरण मिश्र, गाजी इमाम आला, रजनीकांत त्रिवेदी आदि लोग उपस्थित थे।