Searching...
Saturday, December 5, 2015

प्रवक्ता स्क्रीनिंग परीक्षा के 12 जवाबों पर आपत्ति : अभ्यर्थियों का दावा, आयोग के जीएस के 30 में से 12 जवाब गलत

8:28 AM
  • आयोग के अनुसार प्रकाश सत्यार्थी को मिला है शांति का नोबल पुरस्कार
इलाहाबाद। उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग की भर्ती परीक्षाओं मेें गलत जवाब को सही माने जाने का विवाद थमता नहीं दिख रहा। नए अध्यक्ष के तमाम दावों के बावजूद प्रवक्ता बीएड स्क्रीनिंग परीक्षा में आयोग ने गलत जवाब को सही माना है। अभ्यर्थियों के दावे सही हैं तो सामान्य अध्ययन के मात्र 30 में से 12 प्रश्नों के जवाब गलत हैं। इससे प्रतियोगियों में नाराजगी है। भ्रष्टाचार मुक्ति मोर्चा की ओर से इसके खिलाफ हाईकोर्ट जाने तथा आंदोलन की घोषणा की गई है।
आयोग ने पिछले साल 27 दिसंबर को स्क्रीनिंग परीक्षा कराई थी। इसकी उत्तर कुंजी दो दिसंबर को जारी की गई। गौर करने वाली बात यह है कि अभ्यर्थियों के अनुसार आयोग ने 2014 का नोबेल शांति पुरस्कार के भारतीय विजेता प्रकाश सत्यार्थी को माना है। जबकि, सही जवाब कैलाश सत्यार्थी है। इसी तरह से प्रतियोगियों के अनुसार दिए गए विकल्पों में ध्वनि का वेग अधिकतम स्टील में होता है। जबकि, आयोग ने पानी सही जवाब माना है। प्रतियोगियों का कहना है कि आयोग के अनुसार भूकंप की तीव्रता का मापन हेक्टेयर में होता है, जबकि सही जवाब रिक्टर है। इसी तरह से सितंबर-2014 में अफगानिस्तान के राष्ट्रपति पद का कार्यभार अशरफ गनी अहमदजई ने संभाला था लेकिन आयोग के अनुसार हामिद करजई सही जवाब है। सवाल था, रक्त और लोहा की नीति में विश्वास करता था- आयोग के अनुसार रजिया। जबकि, प्रतियोगियों के अनुसार बलबन सही उत्तर है। आयोग के अनुसार गोखले के राजनीतिक गुरु राजा राममोहन राय थे। जबकि, प्रतियोगियों के अनुसार एमजी रानाडे थे। इसी तरह से जालियांवाला बाग त्रासदी से जुड़ा सैन्य अधिकारी आयोग के अनुसार आर्थर वेलस्ली थे। जबकि, अभ्यर्थियों केअनुसार सही जवाब डायर है। भ्रष्टाचार मुक्ति मोर्चा के कौशल सिंह का कहना है कि इनके अलावा सीरीज ए के प्रश्न संख्या 143, 144, 147, 149, 150 के जवाब भी गलत हैं। मोर्चा की अलग-अलग बैठक में आयोग के इन जवाब पर आपत्ति जताई गई। प्रतियोगियों की ओर से शनिवार को आयोग में ज्ञापन सौंपा जाएगा। शिवदत्त द्विवेदी का कहना है कि आयोग की भर्तियों में यह शिकायत आम है। चहेतों को लाभ पहुंचाने के लिए यह सब जानबूझकर किया जा रहा है। राज्यपाल, मुख्यमंत्री के अलावा कार्मिक मंत्रालय तथा राज्य कार्मिक सचिव को भी इससे अवगत कराया जाएगा। कौशल कहना है कि इसके खिलाफ हाईकोर्ट में याचिका दाखिल की जाएगी। मोर्चा की ओर से पीसीएस से सैट को हटाने या 2016 से क्वालीफाइंग करने तथा प्रभावित प्रतियोगियों को अतिरिक्त अवसर देने की मांग को लेकर सात दिसंबर को शांति मार्च की भी घोषणा की गई है।

खबर साभार : अमर उजाला
 

संबन्धित खबरों के लिए क्लिक करें

GO-शासनादेश NEWS अनिवार्य सेवानिवृत्ति अनुकम्पा नियुक्ति अल्‍पसंख्‍यक कल्‍याण अवकाश आधार कार्ड आयकर आरक्षण आवास उच्च न्यायालय उच्‍च शिक्षा उच्चतम न्यायालय उत्तर प्रदेश उत्तराखण्ड उपभोक्‍ता संरक्षण एरियर एसीपी ऑनलाइन कर कर्मचारी भविष्य निधि EPF कामधेनु कारागार प्रशासन एवं सुधार कार्मिक कार्यवाही कृषि कैरियर कोर्टशाला कोषागार खाद्य एवं औषधि प्रशासन खाद्य एवम् रसद खेल गृह गोपनीय प्रविष्टि ग्रामीण अभियन्‍त्रण ग्राम्य विकास ग्रेच्युटी चतुर्थ श्रेणी चयन चिकित्सा चिकित्‍सा एवं स्वास्थ्य चिकित्सा प्रतिपूर्ति छात्रवृत्ति जनवरी जनसुनवाई जनसूचना जनहित गारण्टी अधिनियम धर्मार्थ कार्य नकदीकरण नगर विकास निबन्‍धन नियमावली नियुक्ति नियोजन निर्वाचन निविदा नीति न्याय न्यायालय पंचायत चुनाव 2015 पंचायती राज पदोन्नति परती भूमि विकास परिवहन पर्यावरण पशुधन पिछड़ा वर्ग कल्‍याण पीएफ पुरस्कार पुलिस पेंशन प्रतिकूल प्रविष्टि प्रशासनिक सुधार प्रसूति प्राथमिक भर्ती 2012 प्रेरक प्रोबेशन बजट बर्खास्तगी बाट माप बेसिक शिक्षा बैकलाग बोनस भविष्य निधि भारत सरकार भाषा मत्‍स्‍य मंहगाई भत्ता महिला एवं बाल विकास माध्यमिक शिक्षा मानदेय मानवाधिकार मान्यता मुख्‍यमंत्री कार्यालय युवा कल्याण राजस्व राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद राज्य सम्पत्ति राष्ट्रीय एकीकरण रोक रोजगार लघु सिंचाई लोक निर्माण लोक सेवा आयोग वरिष्ठता विकलांग कल्याण वित्त विद्युत विविध विशेष भत्ता वेतन व्‍यवसायिक शिक्षा शिक्षा शिक्षा मित्र श्रम सचिवालय प्रशासन सत्यापन सत्र लाभ सत्रलाभ समन्वय समाज कल्याण समाजवादी पेंशन समारोह सर्किल दर संवर्ग संविदा संस्‍थागत वित्‍त सहकारिता सातवां वेतन आयोग सामान्य प्रशासन सार्वजनिक उद्यम सार्वजनिक वितरण प्रणाली सिंचाई सिंचाई एवं जल संसाधन सूक्ष्म लघु एवं मध्यम उद्यम सूचना सेवा निवृत्ति परिलाभ सेवा संघ सेवानिवृत्ति सेवायोजन सैनिक कल्‍याण स्टाम्प एवं रजिस्ट्रेशन स्थानांतरण होमगाडर्स