लखनऊ(ब्यूरो)। विवाह पंजीकरण अब लोग घर बैठकर ही ऑनलाइन करा सकेंगे। पायलट प्रोजेक्ट के रूप में बाराबंकी से इसकी शुरुआत कर दी गई है। बाराबंकी में 10 दिन तक लगातार ऑनलाइन व्यवस्था का परीक्षण करने के बाद इसे पूरे प्रदेश में लागू करने की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी। यह जानकारी महानिरीक्षक निबंधन आशीष गोयल ने दी।
उन्होंने बताया कि स्टांप एवं रजिस्ट्रेशन विभाग ने हिंदू विवाह अधिनियम 1955 के प्रावधानों के अंतर्गत वैवाहिक पंजीकरण प्रक्रिया को सरल व पारदर्शी बनाने के उद्देश्य से पंजीकरण की प्रक्रिया ऑनलाइन कराने की शुरुआत की है। जल्द प्रदेश के सारे उप निबंधक कार्यालयों में कंप्यूटर से रजिस्ट्री करने के साथ इसे देने की व्यवस्था शुरू कर दी जाएगी। नेशनल इन्फारमेटिक सेंटर (एनआईसी) के सहयोग से ई-पेमेंट प्रणाली विकसित की जा रही है। हिंदू विवाह पंजीकरण साफ्टवेयर जल्द तैयार करने के लिए एनआईसी के अधिकारियों को बधाई दी है। उन्होंने बताया कि ऑनलाइन विवाह पंजीकरण के लिए विभागीय वेबसाइट 222.द्बद्दह्म्ह्यह्वश्च.द्दश1.द्बठ्ठ पर जाकर फार्म भरा जा सकता है। इसके साथ विवाह संबंधी जरूरी दस्तावेज स्कैन करके अपलोड किये जा सकते हैं। प्रदेशभर में ऑनलाइन व्यवस्था लागू होने के बाद घर बैठे ही विवाह का पंजीकरण कराया जा सकेगा। निबंधन कार्यालयों को माह के अंत तक कंप्यूटरीकृत करने का निर्देश दिया गया है। प्रमुख सचिव स्टांप एवं निबंधन अनिल कुमार ने बताया कि विभाग ई-गवर्नेंस की दिशा में प्रगति कर रहा है तथा कुछ समय में रजिस्ट्री की पूरी प्रक्रिया को ऑनलाइन करने की योजना है जिससे कि आम जनता को रजिस्ट्री के लिए अनावश्यक रूप से इंतजार न करना पड़े और कम से कम समय में रजिस्ट्री का कार्य बिना किसी गलती के संपन्न हो सके।