प्रदेश के सभी कर्मचारी संगठनों ने दीपावली से पहले बोनस की मांग तेज कर दी है। कर्मचारी नेताओं का कहना है कि दशहरा, दीपावली और छठ पूजा जैसे तीन बड़े त्योहार आने वाले हैं। नवंबर के महीने में वेतन के साथ कर्मचारियों को हर साल दीपावली पर मिलने वाला बोनस भी समय से मिलना चाहिए। इन त्योहारों में कर्मचारियों के घरों का बजट बढ़ जाता है। निकाय, राज्य कर्मचारी, पावर सेक्टर को मिलाकर प्रदेश में करीब 15 लाख से ज्यादा कर्मचारी है, जिन्हें बोनस का लाभ मिलता है।
उप्र चतुर्थ श्रेणी राज्य कर्मचारी महासंघ के अध्यक्ष रामराज दुबे का कहना है कि पहले बोनस की घोषणा कर दी जाती थी ,लेकिन अभी प्रदेश सरकार ने इसकी घोषणा भी नहीं है। उन्होंने कहा कि आचार संहिता के बावजूद सरकार चुनाव आयोग से अनुमति लेकर इसकी घोषणा कर सकती है। प्रदेश के तीन लाख चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों को 3,472 रुपये दीपावली पर बोनस मिलते हैं। वहीं राज्य कर्मचारी महासंघ सतीश पांडेय का कहना है कि प्रदेश सरकार पिछले कई सालों से दीपावली पर मिलने वाला बोनस समय से नहीं दे रही है। हमारे संघ के करीब आठ लाख कर्मचारियों को इसका लाभ मिलना है। बिजली विभाग के कर्मचारियों के नेता सोहेल आबिद का कहना है कि पिछले साल भी दीपावली के समय बजट पास होने के बाद भी कर्मचारियों को समय से बोनस नहीं दिया गया था।