लखनऊ। प्रदेश के समूह ‘ग’ व ‘घ’ के 10 लाख से ज्यादा कर्मचारियों को जल्द बोनस मिलेगा। वित्त विभाग ने इस संबंध में सोमवार से कार्यवाही बढ़ाने का फैसला किया है। हालांकि बोनस का भुगतान दशहरा बाद ही हो पाने की संभावना है।
वित्त विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि केंद्र ने अपने कर्मचारियों को 2014-15 के लिए 30 दिन के बराबर तदर्थ बोनस देने का आदेश जारी कर दिया है। प्रदेश सरकार केंद्र से आदेश जारी होने के बाद ही बोनस के बारे में फैसला करती है। अधिकारी के मुताबिक बोनस की अधिकतम सीमा 3500 रुपये है लेकिन यह 30 दिनों के लिए दिया जाता है। ऐसे में 30 दिन का बोनस 3450 रुपये के आसपास रहने की संभावना है। इसमें भी आधा बोनस नकद व आधे का भुगतान जीपीएफ में किया जा सकता है।
ऐसा हुआ तो लगभग 1725 रुपये ही कर्मचारियों को नकद मिल पाएगा। अधिकारी के मुताबिक पूर्व में भी ऐसा होता रहा है, ऐसे में यह कोई नई बात नहीं होगी। हालांकि अब दशहरा पहले सचिवालय में दो दिन का ही कामकाज बाकी है। ऐसे में बोनस दशहरा से पहले मिल पाएगा, यह संभव नहीं लग रहा है।
प्रमुख सचिव वित्त राहुल भटनागर ने बताया कि बोनस का भुगतान गैर राजपत्रित कर्मचारियों को होता है। सोमवार को इस संबंध में कार्यवाही शुरू करा दी जाएगी। उन्होंने बताया कि इस पर करीब 550 करोड़ रुपये खर्च आने का अनुमान है।
बोनस के साथ डीए नहीं:
इस कमर तोड़ महंगाई में कर्मचारियों को बढ़े महंगाई भत्ते के नकद भुगतान के लिए अभी और इंतजार करना होगा। संकेत है कि जुलाई से बढ़े छह फीसदी महंगाई भत्ते का भुगतान बोनस के साथ नहीं हो पाएगा। डीए भुगतान संबंधी कार्यवाही बोनस भुगतान के बाद ही हो सकेगी।