- राज्यकर्मियों की जीपीएफ पर्चियां हो गईं ऑनलाइन
- प्रदेश भर के कर्मचारियों, अफसरों को मिलेगी राहत
राज्य कर्मियों और अधिकारियों के लिए राहत वाली खबर है। सामान्य भविष्य
निधि (जीपीएफ) खाते की लेखा पर्चियों के लिए कर्मचारियों को अब अपने
कार्यालय के आहरण-वितरण अधिकारी या एजी ऑफिस पर निर्भर रहने की जरूरत नहीं।
कर्मचारियों और अफसरों को एक क्लिक पर जीपीएफ की लेखा पर्चियां मिल
जाएंगी। एजी ऑफिस ने वेबसाइट पर प्रदेश भर के समूह ‘क’, ‘ख’ एवं ‘ग’ संवर्ग
के सभी कर्मचारियों और अफसरों की लेखा पर्चियां अपलोड कर दी हैं।
इस
व्यवस्था के लागू हो जाने से कर्मचारियों और अफसरों को जीपीएफ पर्ची न
मिलने या गुम हो जाने की शिकायत नहीं रहेगी और न ही इसके लिए विभिन्न
दफ्तरों के चक्कर लगाने होंगे। कार्यालय महालेखाकार लेखा एवं हकदारी की ओर
से जीपीएफ खाताधारकों को उपलब्ध कराई गई इस सुविधा में इलाहाबाद नेशनल
इंफॉर्मेटिक्स सेंटर की इलाहाबाद हाईकोर्ट शाखा का विशेष योगदान रहा।
प्रदेश भर के कर्मचारी और अधिकारी एक जुलाई से अपनी जीपीएफ पर्ची ऑनलाइन
देख सकते हैं और उसका प्रिंट भी प्राप्त कर सकते हैं।
- ऐसे डाउनलोड करेें लेखा पर्चियां
कार्यालय
की वेबसाइट ( http://www.agup.nic.in ) पर जाकर ‘व्हट्स न्यू’ बॉक्स में
‘वार्षिक लेखा विवरण लिंक’ पर क्लिक करें अथवा ‘एकाउंट एंड एनटाइटलमेंट’
में जाकर पहले ‘एनटाइटलमेंट’, फिर ‘जीपीएफ इन्फॉर्मेशन’ और इसके बाद
‘जीपीएफ स्टेटमेंट’ पर क्लिक करें। ‘सामान्य भविष्य निधि का वार्षिक लेखा
विवरण’ स्क्रीन पर खुलने पर लेखा पर्ची का वर्ष (2013-14 के लिए 13 अथवा
2014-15 के लिए 15), कार्यालय (एजी-1 अथवा एजी-2) और जीपीएफ सीरीज चुनें।
दिए गए स्थान पर लेखा संख्या एवं पिन नंबर/जन्म तिथि अंकित करें। कंप्यूटर
स्क्रीम पर एक वेबपेज प्रदर्शित होगा, जिसके अंत में लिखा होगा, ‘मैंने
उक्त टिप्पणी एवं सिटीजन चार्टर पढ़ एवं समझ लिया है।’ इस वाक्य से पूर्व
दिए गए चेकबॉक्स को टिक करें और ‘स्वीकार किया’ पर क्लिक करें। आपका
वार्षिक लेखा विवरण कंप्यूटर स्क्रीन पर होगा, जिसका प्रिंट भी प्राप्त
किया जा सकता है।